हार तब नहीं होती जब आप गिर जाते हो
हार तो तब होती है जब आप उठने से इंकार कर देते हो
प्रेम तुम्हारी सफलता का कारण बना हो या ना बना हो,
परंतु अधिकतर प्रेम तुम्हारी बर्बादी का कारण आवश्य बना हैं
समझदार वो नहीं जो सिर्फ पढ़ा लिखा हो
समझदार तो वो है जिसे मालूम हो कि किससे, कब, कहां, कैसी, क्या, किस लहजे में बात करनी है
विकल्प मिलेंगे बहुत, मार्ग भटकने के लिए
लेकिन संकल्प एक ही काफी है तुम्हें मंजिल तक पहुंचने के लिए
अपने दैनिक कार्यो की प्रगति में भी यदि तुम
अटक रहे हो तो यह पूर्णत : सत्य है
कि तुम अपने अक्ष्य से दूर भटक रहे हो
शुरुवात में हर ओ काम असंभव लगता है
जिसे पूर्ण करने की कोशिश ही न किया जाए
इतने मजबूत बनो कि तुम्हारे
अलावा तुम्हें कोई और ना हरा सके
मीठा बोलने वाले सदैव आपके खास नहीं होते
और अधिकतर लोग आपके पास होकर भी आपके साथ नहीं होते
चार रिश्तेदार एक दिशा में तभी चलते हैं
जब पांचवा कंधे पर हो
पूरी जिंदगी हम इसी बात में गुजार देते हैं
कि चार लोग क्या कहेंगे
और अंत में चार लोग बस यही कहते हैं कि "राम नाम सत्य" है
हार मत मानो उन लोगों को याद करो
जिन्होंने कहा था तुमसे नहीं हो पाएगा
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